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Class 12 hindi bihar board digant all chapters Summary, Q&A solution and notes

Class 12 hindi bihar board "दिगंत" all chapters Summary, Q&A solution and notes  हम अपने वेबसाइट पर आने वाले हर पाठकों और विद्यार्थियों को इस बात का आश्वासन देते हैं कि आपको इस पोस्ट में बिहार बोर्ड कक्षा 12 के हिंदी विषय जिसे दिगंत के नाम से जाना जाता है। सभी प्रश्नों के समाधान अर्थात पुस्तक में निहित सभी अध्यायों के सभी प्रश्न के समाधान। अध्यायों का संक्षेपण और नोट्स प्रदान किए जाएंगे। कक्षा 12 हिन्दी (बिहार बोर्ड) गद्य खंड के व्यवस्थित नोट्स यह पोस्ट डिवाइस स्क्रीन के बाएं किनारे से लेकर दाएं किनारे तक विस्तृत है और पढ़ने को आसान बनाने के लिए इंटरैक्टिव (Accordion) है। जानकारी देखने के लिए शीर्षक पर क्लिक करें। अध्याय 1: बातचीत (निबंध) - बालकृष्ण भट्ट I. संक्षेपण (Summary) दिए गए अध्याय का संक्षेपण (Summary of the Chapter) प्रस्तुत अध्याय 'बातचीत' बालकृष्ण भट्ट द्वारा रचित एक निबंध है। आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने उन्हें हिंदी गद्य साहित्य में अंग्रेजी के निबंधकार **एडिसन और स्टील** की श...

Class six bihar board hindi chapter one

है शौक यही अरमान यही - आइए पढ़े

Class 6 Hindi chapter 1 ( है शौक यही अरमान यही) अर्थ और प्रश्न समाधान 

आइए, कविता को समझें

नमस्ते बच्चों! आज से आप लोगों की क्लास शुरू हो चुकी है। रूटीन के अनुसार, पहला विषय हिंदी है। तो चलिए, हम अपनी हिंदी की किताब 'किसलय' का पहला पाठ शुरू करते हैं। इस पुस्तक को एनसीईआरटी पब्लिकेशन ने प्रकाशित किया है और यह बिहार बोर्ड के विद्यार्थियों के लिए है।

कविता और कवि का परिचय

हमारी पहली कविता का नाम "है शौक यही अरमान यही" है। इस कविता के लेखक रामनरेश त्रिपाठी हैं। बच्चों, याद रखना कि कविता या कहानी के लेखक का नाम परीक्षा में पूछा जाता है, इसलिए इसे ज़रूर याद कर लें।

कविता का सारांश

"है शौक यही अरमान यही,
हम कुछ कर के दिखलाएँगे।
मरने वाली दुनिया में हम,
अमरों में नाम लिखाएँगे।।"

यह पैराग्राफ हमें यह प्रेरणा देता है कि हम अपने जीवन में कुछ ऐसा करें कि हमारे न रहने पर भी लोग हमें याद करें। यह दुनिया नश्वर है, पर हम अपने अच्छे कर्मों से अमर हो सकते हैं। जैसे, महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस और डॉ. भीमराव अंबेडकर जैसे महापुरुषों को हम आज भी याद करते हैं।

"जो लोग गरीब भिखारी हैं,
जिन पर न किसी की छाया है।
हम उनको गले लगाएँगे,
हम उनको सुखी बनाएँगे ।।"

इस पैराग्राफ का अर्थ है कि हमें उन लोगों की मदद करनी चाहिए जो गरीब और असहाय हैं, जिनका कोई सहारा नहीं है। हमें उन्हें गले लगाना चाहिए, यानी उनका साथ देना चाहिए और उन्हें खुशहाल बनाने की कोशिश करनी चाहिए।

"जो लोग हारकर बैठे हैं,
उम्मीद मारकर बैठे हैं।
हम उनके बुझे दिमागों में,
फिर से उत्साह जगाएँगे ।।"

यह भाग हमें सिखाता है कि जो लोग किसी काम में हार मान चुके हैं और निराश हो गए हैं, हमें उनके अंदर फिर से जोश और उत्साह जगाना चाहिए। हमें उन्हें प्रेरित करना चाहिए ताकि वे दोबारा प्रयास करें और सफल हों।

"रोको मत, आगे बढ़ने दो
आजादी के दीवाने हैं।
हम मातृभूमि की सेवा में,
अपना सर्वस्व लगाएँगे ।।"

यह अंतिम पैराग्राफ कहता है कि हमें कोई रोक नहीं सकता, क्योंकि हम स्वतंत्रता के दीवाने हैं। हम अपनी मातृभूमि की सेवा में अपना सब कुछ न्योछावर करने को तैयार हैं। यह हमें देश सेवा और समर्पण की भावना सिखाता है।


कविता का मुख्य संदेश

इस कविता का मुख्य उद्देश्य हमें अच्छे कर्मों के लिए प्रेरित करना है। यह हमें असहाय, दुखी और गरीब लोगों की मदद करने, हारे हुए लोगों में फिर से जोश भरने और अपने देश के प्रति सच्ची निष्ठा रखने का संदेश देती है। हमें सबके साथ प्रेम और भाईचारे से रहना चाहिए।

आज के समय में विचार

हमारे अनुसार, आज के बदलते समय में किसी की मदद करने से पहले यह सोचना ज़रूरी है कि क्या वह व्यक्ति वाकई मदद का पात्र है। कभी-कभी कुछ लोग गरीब या असहाय होने का दिखावा करते हैं और दूसरों को धोखा देते हैं। हमें ऐसे लोगों से सावधान रहना चाहिए।

मदद करते समय हमेशा यह ध्यान रखें कि हम किसी को गलत काम के लिए प्रोत्साहित न करें। हमारी मदद या प्रेरणा हमेशा सही और नेक कामों के लिए होनी चाहिए। साथ ही, अपनी सुरक्षा का भी ध्यान रखना चाहिए।

बच्चों, अनजान लोगों से बात करना और उनकी मदद करना जोखिम भरा हो सकता है। इसलिए, सही और गलत इंसान की पहचान करना सीखें, ताकि आप सही निर्णय ले सकें।

अध्याय से संबंधित प्रश्न: 

बच्चों हमने आपके अध्याय में दिए गए प्रश्नों की समीक्षा किए हैं। यह प्रश्न इस कविता के अर्थ के आधार पर उठाए गए हैं। हमने ऊपर कविता का अर्थ बता दिया है। आप उसे पढ़ लेंगे तो आप की समस्या हल हो जाएगी।

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