Class 6 hindi chapter 12 (दादा दादी के साथ) संछेपन और प्रश्न समाधान
कहानी का संक्षेपण (Summary of the Chapter)
यह कहानी पिंकी और विकी के घर उनके चचेरे भाई-बहन, राहुल और पद्मिनी, जो सात समुद्र पार इंग्लैण्ड से आ रहे थे, के आगमन के बारे में है। राहुल और पद्मिनी उनके चाचा श्री विपिन प्रताप सिंह के बच्चे थे, जिनसे पिंकी और विकी की पहले कभी मुलाकात नहीं हुई थी।
राहुल और पद्मिनी के स्वागत के लिए पूरा परिवार—दादा-दादी, मम्मी-पापा और पिंकी-विकी—सहित घर के सभी नौकर-चाकर कई दिनों से घर की सफाई में लगे थे। अतिथियों के आने पर दिन भर रिश्तेदारों—चाचा-चाची, दादा-दादी, बुआ-फूफा—का आना-जाना लगा रहा। सभी ने बच्चों की प्रशंसा की, खासकर पद्मिनी की नीली आँखों और काले बालों की। उन्हें इस बात की खुशी थी कि बच्चों को हिंदी सिखाई गई थी, नहीं तो वे बात समझ नहीं पाते। राहुल और पद्मिनी को सबका आकर्षण का केन्द्र बनकर बहुत आनंद आ रहा था, क्योंकि इंग्लैण्ड में उनके पास इतनी प्रशंसा व प्रेम देने वाले रिश्तेदार नहीं थे।
शाम को अचानक बिजली गायब हो गई। पिंकी ने तुरंत अँग्रेजी में अफ़सोस जताते हुए कहा, "ओ हो ! आई एम सो सॉरी!" और पूछा कि वे भारत को कैसी कंट्री समझेंगे। पद्मिनी मन ही मन यह सोचकर हैरान थी कि पिंकी और विकी अपनी भाषा (हिंदी) होते हुए भी क्यों हमेशा अँग्रेजी में बोलते हैं और यहाँ कोई ठीक से हिंदी क्यों नहीं बोलता, जबकि उन्हें भारत में हिंदी के अभ्यास की उम्मीद थी।
अंधेरा होने पर रमुआ ने लालटेन जलाई, जिसमें राहुल ने भी मदद की और उसे बहुत आनंद आया। वह लालटेन लेकर दादी के पास गया, जिनकी खाट बाहर आँगन में बिछी थी। लालटेन की सीमित रोशनी में टूटी दीवारें और दरारें अदृश्य हो गईं, और केवल दादी का मधुर, प्रेम भरा सामीप्य रह गया। दादी ने पद्मिनी के रेशमी बालों को सहलाया, जो उसे बहुत अच्छा लगा। पद्मिनी को लगा कि वे किसी बीते हुए अतीत में आ गए हैं, और यही डैड के देश की खास बात है कि यह प्राचीन जीवन व सभ्यता से जुड़ा है।
दादी ने बच्चों से रामायण-महाभारत की कहानियाँ सुनने के लिए पूछा। पिंकी ने तुरंत आपत्ति जताई, इसे पुरानी कथाएँ कहकर बहस की। लेकिन दादी और दादाजी ने समझाया कि पुराण कथाओं में ज्ञान भरा है और ये जीवन के सिद्धांतों व मूल्यों के विषय में बताती हैं। राहुल और पद्मिनी उत्सुक होकर सुनने के लिए दादी के और निकट आ गए, और कहानियों का यह दौर काफी देर तक चला।
रात का भोजन बाहर आँगन में किया गया। डैड की माँग पर सत्तू की लिट्टी बनाई गई, जिसे पिंकी-विकी ने नाक-भौं चढ़ाकर मना कर दिया और अपने लिए सूप, ब्रेड व अंडे बनवाए। लिट्टी राहुल और पद्मिनी के लिए विशेष व्यंजन बन गई, जिसे उन्होंने गोबर के उपलों पर बेक करके गरम घी के साथ मजे से खाया।
खाना खाते हुए अगले दिन के कार्यक्रम की योजना बनी। पिंकी ने हमीरपुर को मुंबई या दिल्ली की तुलना में छोटा और गाँव जैसा बताया। पद्मिनी ने गंभीरतापूर्वक आश्वासन दिया कि उसे सब कुछ बहुत रोचक लग रहा है। राहुल ने खुश होकर कहा कि वह सचमुच का एक गाँव और खंडहर देखना चाहेगा। पद्मिनी को खंडहरों में इसलिए रुचि थी क्योंकि उसे इतिहास में विशेष रुचि थी, और उसने प्राचीन भग्नावशेष पर खोज का अध्ययन भी किया था। राहुल ने भी कैमरा लेकर दुर्लभ पक्षियों के चित्र खींचने के लिए जाने की इच्छा व्यक्त की। पिंकी और विकी इस बात पर खुश नहीं थे, लेकिन पद्मिनी ने तय कर लिया कि वह राहुल के साथ खंडहरों को अवश्य देखेगी।
कहानी का संक्षेपण (Summary of the Chapter)
यह कहानी पिंकी और विकी के घर उनके चचेरे भाई-बहन, राहुल और पद्मिनी, जो सात समुद्र पार इंग्लैण्ड से आ रहे थे, के आगमन के बारे में है। राहुल और पद्मिनी उनके चाचा श्री विपिन प्रताप सिंह के बच्चे थे, जिनसे पिंकी और विकी की पहले कभी मुलाकात नहीं हुई थी।
आगमन और स्वागत:
राहुल और पद्मिनी के स्वागत के लिए पूरा परिवार—दादा-दादी, मम्मी-पापा और पिंकी-विकी—सहित घर के सभी नौकर-चाकर कई दिनों से घर की सफाई में लगे थे। अतिथियों के आने पर दिन भर रिश्तेदारों—चाचा-चाची, दादा-दादी, बुआ-फूफा—का आना-जाना लगा रहा। सभी ने बच्चों की प्रशंसा की, खासकर पद्मिनी की नीली आँखों और काले बालों की। उन्हें इस बात की खुशी थी कि बच्चों को हिंदी सिखाई गई थी, नहीं तो वे बात समझ नहीं पाते। राहुल और पद्मिनी को सबका आकर्षण का केन्द्र बनकर बहुत आनंद आ रहा था, क्योंकि इंग्लैण्ड में उनके पास इतनी प्रशंसा व प्रेम देने वाले रिश्तेदार नहीं थे।
भाषा और बिजली की समस्या:
शाम को अचानक बिजली गायब हो गई। पिंकी ने तुरंत अँग्रेजी में अफ़सोस जताते हुए कहा, "ओ हो ! आई एम सो सॉरी!" और पूछा कि वे भारत को कैसी कंट्री समझेंगे। पद्मिनी मन ही मन यह सोचकर हैरान थी कि पिंकी और विकी अपनी भाषा (हिंदी) होते हुए भी क्यों हमेशा अँग्रेजी में बोलते हैं और यहाँ कोई ठीक से हिंदी क्यों नहीं बोलता, जबकि उन्हें भारत में हिंदी के अभ्यास की उम्मीद थी।
दादी का सामीप्य और कथाएँ:
अंधेरा होने पर रमुआ ने लालटेन जलाई, जिसमें राहुल ने भी मदद की और उसे बहुत आनंद आया। वह लालटेन लेकर दादी के पास गया, जिनकी खाट बाहर आँगन में बिछी थी। लालटेन की सीमित रोशनी में टूटी दीवारें और दरारें अदृश्य हो गईं, और केवल दादी का मधुर, प्रेम भरा सामीप्य रह गया। दादी ने पद्मिनी के रेशमी बालों को सहलाया, जो उसे बहुत अच्छा लगा। पद्मिनी को लगा कि वे किसी बीते हुए अतीत में आ गए हैं, और यही डैड के देश की खास बात है कि यह प्राचीन जीवन व सभ्यता से जुड़ा है।
दादी ने बच्चों से रामायण-महाभारत की कहानियाँ सुनने के लिए पूछा। पिंकी ने तुरंत आपत्ति जताई, इसे पुरानी कथाएँ कहकर बहस की। लेकिन दादी और दादाजी ने समझाया कि पुराण कथाओं में ज्ञान भरा है और ये जीवन के सिद्धांतों व मूल्यों के विषय में बताती हैं। राहुल और पद्मिनी उत्सुक होकर सुनने के लिए दादी के और निकट आ गए, और कहानियों का यह दौर काफी देर तक चला।
रात्रिभोज और भविष्य की योजना:
रात का भोजन बाहर आँगन में किया गया। डैड की माँग पर सत्तू की लिट्टी बनाई गई, जिसे पिंकी-विकी ने नाक-भौं चढ़ाकर मना कर दिया और अपने लिए सूप, ब्रेड व अंडे बनवाए। लिट्टी राहुल और पद्मिनी के लिए विशेष व्यंजन बन गई, जिसे उन्होंने गोबर के उपलों पर बेक करके गरम घी के साथ मजे से खाया।
खाना खाते हुए अगले दिन के कार्यक्रम की योजना बनी। पिंकी ने हमीरपुर को मुंबई या दिल्ली की तुलना में छोटा और गाँव जैसा बताया। पद्मिनी ने गंभीरतापूर्वक आश्वासन दिया कि उसे सब कुछ बहुत रोचक लग रहा है। राहुल ने खुश होकर कहा कि वह सचमुच का एक गाँव और खंडहर देखना चाहेगा। पद्मिनी को खंडहरों में इसलिए रुचि थी क्योंकि उसे इतिहास में विशेष रुचि थी, और उसने प्राचीन भग्नावशेष पर खोज का अध्ययन भी किया था। राहुल ने भी कैमरा लेकर दुर्लभ पक्षियों के चित्र खींचने के लिए जाने की इच्छा व्यक्त की। पिंकी और विकी इस बात पर खुश नहीं थे, लेकिन पद्मिनी ने तय कर लिया कि वह राहुल के साथ खंडहरों को अवश्य देखेगी।
कहानी का संक्षेपण (Summary of the Chapter)
यह कहानी पिंकी और विकी के घर उनके चचेरे भाई-बहन, राहुल और पद्मिनी, जो सात समुद्र पार इंग्लैण्ड से आ रहे थे, के आगमन के बारे में है। राहुल और पद्मिनी उनके चाचा श्री विपिन प्रताप सिंह के बच्चे थे, जिनसे पिंकी और विकी की पहले कभी मुलाकात नहीं हुई थी।
आगमन और स्वागत:
राहुल और पद्मिनी के स्वागत के लिए पूरा परिवार—दादा-दादी, मम्मी-पापा और पिंकी-विकी—सहित घर के सभी नौकर-चाकर कई दिनों से घर की सफाई में लगे थे। अतिथियों के आने पर दिन भर रिश्तेदारों—चाचा-चाची, दादा-दादी, बुआ-फूफा—का आना-जाना लगा रहा। सभी ने बच्चों की प्रशंसा की, खासकर पद्मिनी की नीली आँखों और काले बालों की। उन्हें इस बात की खुशी थी कि बच्चों को हिंदी सिखाई गई थी, नहीं तो वे बात समझ नहीं पाते। राहुल और पद्मिनी को सबका आकर्षण का केन्द्र बनकर बहुत आनंद आ रहा था, क्योंकि इंग्लैण्ड में उनके पास इतनी प्रशंसा व प्रेम देने वाले रिश्तेदार नहीं थे।
भाषा और बिजली की समस्या:
शाम को अचानक बिजली गायब हो गई। पिंकी ने तुरंत अँग्रेजी में अफ़सोस जताते हुए कहा, "ओ हो ! आई एम सो सॉरी!" और पूछा कि वे भारत को कैसी कंट्री समझेंगे। पद्मिनी मन ही मन यह सोचकर हैरान थी कि पिंकी और विकी अपनी भाषा (हिंदी) होते हुए भी क्यों हमेशा अँग्रेजी में बोलते हैं और यहाँ कोई ठीक से हिंदी क्यों नहीं बोलता, जबकि उन्हें भारत में हिंदी के अभ्यास की उम्मीद थी।
दादी का सामीप्य और कथाएँ:
अंधेरा होने पर रमुआ ने लालटेन जलाई, जिसमें राहुल ने भी मदद की और उसे बहुत आनंद आया। वह लालटेन लेकर दादी के पास गया, जिनकी खाट बाहर आँगन में बिछी थी। लालटेन की सीमित रोशनी में टूटी दीवारें और दरारें अदृश्य हो गईं, और केवल दादी का मधुर, प्रेम भरा सामीप्य रह गया। दादी ने पद्मिनी के रेशमी बालों को सहलाया, जो उसे बहुत अच्छा लगा। पद्मिनी को लगा कि वे किसी बीते हुए अतीत में आ गए हैं, और यही डैड के देश की खास बात है कि यह प्राचीन जीवन व सभ्यता से जुड़ा है।
दादी ने बच्चों से रामायण-महाभारत की कहानियाँ सुनने के लिए पूछा। पिंकी ने तुरंत आपत्ति जताई, इसे पुरानी कथाएँ कहकर बहस की। लेकिन दादी और दादाजी ने समझाया कि पुराण कथाओं में ज्ञान भरा है और ये जीवन के सिद्धांतों व मूल्यों के विषय में बताती हैं। राहुल और पद्मिनी उत्सुक होकर सुनने के लिए दादी के और निकट आ गए, और कहानियों का यह दौर काफी देर तक चला।
रात्रिभोज और भविष्य की योजना:
रात का भोजन बाहर आँगन में किया गया। डैड की माँग पर सत्तू की लिट्टी बनाई गई, जिसे पिंकी-विकी ने नाक-भौं चढ़ाकर मना कर दिया और अपने लिए सूप, ब्रेड व अंडे बनवाए। लिट्टी राहुल और पद्मिनी के लिए विशेष व्यंजन बन गई, जिसे उन्होंने गोबर के उपलों पर बेक करके गरम घी के साथ मजे से खाया।
खाना खाते हुए अगले दिन के कार्यक्रम की योजना बनी। पिंकी ने हमीरपुर को मुंबई या दिल्ली की तुलना में छोटा और गाँव जैसा बताया। पद्मिनी ने गंभीरतापूर्वक आश्वासन दिया कि उसे सब कुछ बहुत रोचक लग रहा है। राहुल ने खुश होकर कहा कि वह सचमुच का एक गाँव और खंडहर देखना चाहेगा। पद्मिनी को खंडहरों में इसलिए रुचि थी क्योंकि उसे इतिहास में विशेष रुचि थी, और उसने प्राचीन भग्नावशेष पर खोज का अध्ययन भी किया था। राहुल ने भी कैमरा लेकर दुर्लभ पक्षियों के चित्र खींचने के लिए जाने की इच्छा व्यक्त की। पिंकी और विकी इस बात पर खुश नहीं थे, लेकिन पद्मिनी ने तय कर लिया कि वह राहुल के साथ खंडहरों को अवश्य देखेगी।
🔷️ अब दिए गए अध्याय से उत्पन्न होने वाले कुछ वस्तुनिष्ठ प्रश्न
(Objective Questions) उत्तरों और विकल्पों के साथ यहाँ दिए गए हैं:
1: प्रश्न: पिंकी और विकी के भाई-बहन राहुल और पद्मिनी कहाँ से आ रहे थे?
(क) अमेरिका
(ख) जर्मनी
(ग) इंग्लैण्ड
(घ) ऑस्ट्रेलिया
उत्तर: (ग) इंग्लैण्ड ✅️
2: प्रश्न: पिंकी और विकी के चाचा का नाम क्या था?
(क) राम प्रताप सिंह
(ख) विपिन प्रताप सिंह
(ग) विक्रम प्रताप सिंह
(घ) विनय प्रताप सिंह
उत्तर: (ख) विपिन प्रताप सिंह ✅️
3: प्रश्न: पद्मिनी और राहुल को कौन-सा व्यंजन विशेष रूप से पसंद आया?
(क) सूप
(ख) ब्रेड
(ग) अंडे
(घ) सत्तू की लिट्टी
उत्तर: (घ) सत्तू की लिट्टी ✅️
4: प्रश्न: रात को भोजन कहाँ किया गया?
(क) रसोई में
(ख) बैठक में
(ग) बाहर आँगन में
(घ) डाइनिंग हॉल में
उत्तर: (ग) बाहर आँगन में ✅️
5: प्रश्न: दादी ने पद्मिनी को अपने पास बिठाकर क्या सहलाया?
(क) हाथ
(ख) चेहरा
(ग) रेशमी बाल
(घ) पीठ
उत्तर: (ग) रेशमी बाल ✅️
6: प्रश्न: पिंकी ने किस जगह को छोटा बताया और कहा कि वहाँ म्यूजियम नहीं है?
(क) मुंबई
(ख) दिल्ली
(ग) हमीरपुर
(घ) लंदन
उत्तर: (ग) हमीरपुर ✅️
7: प्रश्न: पद्मिनी की नीली आँखें किस चीज़ की रोशनी में चमक उठीं?
(क) सूरज
(ख) बल्ब
(ग) लालटेन
(घ) जुगनू
उत्तर: (ग) लालटेन ✅️
8: प्रश्न: पद्मिनी को किस विषय में विशेष रुचि थी?
(क) विज्ञान
(ख) गणित
(ग) इतिहास
(घ) कला
उत्तर: (ग) इतिहास ✅️
🔶️अब आपके अध्याय में दिए गए प्रश्नों का समाधान करते हैं।
1. सभी लोग घर की सफाई क्यों कर रहे थे?
उतर: सभी लोग घर की सफाई राहुल और पद्मिनी जो इंग्लैण्ड से आ रहे थे, उनके स्वागत की तैयारी में कर रहे थे। पूरा परिवार अतिथियों के स्वागत की तैयारी में लगा था, जिसमें घर के नौकर, दाई, माली, चौकीदार इत्यादि सभी कई दिनों से घर की सफाई में लगे थे।
2. पद्मिनी और राहुल को पिंकी विकी की कौन-सी बात खटकती थी?
उतर: पद्मिनी और राहुल को पिंकी और विकी की हमेशा अँग्रेजी में बात करने की आदत खटकती थी। पद्मिनी मन ही मन सोच रही थी कि पिंकी और विकी अपनी भाषा (हिंदी) होते हुए भी क्यों सदा अँग्रेजी में ही बोलते हैं। उन्हें यह भी मालूम था कि राहुल और पद्मिनी दोनों भाषा (हिंदी) भली-भांति समझ लेते थे, फिर भी वे अक्सर इंग्लिश में क्यों बात करते हैं। यहाँ तक कि पिंकी और विकी आपस में भी विदेशी भाषा (अँग्रेजी) का ही प्रयोग करते थे। पद्मिनी और राहुल को भारत में हिंदी के अच्छे अभ्यास की उम्मीद थी, पर यहाँ कोई भी ठीक से हिंदी नहीं बोलता था।
3. पद्मिनी के उत्सुकता का क्या कारण था?
उतर: पद्मिनी की उत्सुकता का कारण खंडहरों (टूटे-फूटे ध्वस्त भवन) और उनसे जुड़े इतिहास में उसकी विशेष रुचि थी। जब विकी ने खंडहरों के पास बसे एक छोटे-से 'रियल विलेज' जाने का सुझाव दिया, तो पद्मिनी खंडहरों के बारे में सुनकर उछल कर खड़ी हो गई। उसने पूछा कि वे खंडहर कब के हैं और क्या बहुत प्राचीन हैं। पद्मिनी को इतिहास में विशेष रुचि थी और वह जानना चाहती थी कि प्राचीन भग्नावशेष पर खोज कैसे की जाती है और समय व इतिहास की जानकारी कैसे ली जाती है।
4. राहुल और पद्मिनी को अपनी गाँव क्यों अच्छा लगा?
उतर: राहुल और पद्मिनी को अपना गाँव (हमीरपुर) इसलिए अच्छा लगा क्योंकि यह उनके लिए रोचक और एक बड़ा एडवेंचर था, और यह प्राचीन जीवन व सभ्यता से जुड़ा हुआ था। रोमांच और नया अनुभव: राहुल को रात के अंधेरे में बाहर बैठकर खाना पकाने और खाने में, लालटेन जलने में, नीले आकाश की छत के नीचे और रस्सी की बनी चारपाई पर बैठने में बहुत मज़ा आया। प्राचीन सभ्यता से जुड़ाव: पद्मिनी को लगा जैसे वे किसी बीते हुए अतीत में आ गए थे, और यही विशेष बात डैड के देश की थी कि वह प्राचीन जीवन व सभ्यता से अब भी कितना जुड़ा हुआ था। दादी का प्रेम और कहानियाँ: उन्हें दादी का मधुर, प्रेम भरा सामीप्य मिला। वे दादी की पुराण कथाओं को सुनने के लिए उत्सुक थे क्योंकि उनमें ज्ञान, जीवन के सिद्धांतों, मान्यताओं व मूल्यों के विषय में पता चलता था। विशेष व्यंजन: उन्हें सत्तू की लिट्टी (प्राचीन ढंग से बेक की गई पेस्ट्री) का सोंधा स्वाद भी पसंद आया।
5. किसने कहा, किससे कहा और क्यों कहा?
(क) अच्छा किया जो इन्हें हिन्दी सिखाई।
उतर: यह कथन पिंकी और विकी के किसी रिश्तेदार (चाचा-चाची, बुआ-फूफा इत्यादि) ने कहा। यह कथन राहुल और पद्मिनी के डैड (चाचा श्री विपिन प्रताप सिंह) से कहा। क्योंकि राहुल और पद्मिनी सात समुद्र पार इंग्लैण्ड में रहते थे। हिंदी सीखने के कारण वे भारत के लोगों की बात समझ पा रहे थे।
(ख) "ओ हो! आई एम सो सॉरी"
उतर: यह कथन पिंकी ने कहा। यह कथन राहुल और पद्मिनी से कहा। क्योंकि बिजली गायब थी (अंधेरा हो गया था)। पिंकी ने ऐसा कहकर भारत की स्थिति पर अफ़सोस व्यक्त किया और सोचा कि राहुल-पद्मिनी भारत को कैसी कंट्री समझेंगे।
(ग) अपनी भाषा होते हुए भी न जाने क्यों वे सदा अंग्रेजी ही बोलते हैं।
उतर: यह कथन पद्मिनी ने मन ही मन सोचा। यह बात पिंकी और विकी के व्यवहार के बारे में थी। क्योंकि पिंकी और विकी हिंदी जानते थे, यह जानने के बावजूद कि राहुल और पद्मिनी हिंदी समझते हैं, फिर भी वे हमेशा अँग्रेजी में ही बात करते थे।
(घ) अच्छा, यही है तुम्हारी बेटी?
उतर: यह कथन पिंकी और विकी के किसी रिश्तेदार (चाचा-चाची, बुआ-फूफा इत्यादि) ने कहा। यह कथन पिंकी की मम्मी-पापा या राहुल-पद्मिनी के मम्मी-पापा (डैड) में से किसी एक से कहा जा सकता है, जिनके बच्चे वहाँ मौजूद थे। यह कथन राहुल और पद्मिनी के आने पर उन्हें पहली बार देखकर आश्चर्य और खुशी व्यक्त करने के लिए कहा गया था। रिश्तेदार पहली बार बच्चों से मिल रहे थे।
(ङ) लगता है बेटी माँ जैसी है। वही नीली आँखें और काले बाल बड़ी सुन्दर निकली है।
उतर: यह कथन पिंकी और विकी के किसी रिश्तेदार (चाचा-चाची, बुआ-फूफा इत्यादि) ने कहा। यह कथन राहुल और पद्मिनी की माँ (चाची) या पद्मिनी के डैड से कहा गया हो सकता है, लेकिन यह पद्मिनी के रूप-रंग की प्रशंसा है। यह कथन पद्मिनी की सुंदरता, विशेष रूप से उसकी नीली आँखें और काले बालों की प्रशंसा करने के लिए कहा गया, जिसे रिश्तेदार ने उसकी माँ जैसा बताया।
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