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Class 12 hindi bihar board digant all chapters Summary, Q&A solution and notes

Class 12 hindi bihar board "दिगंत" all chapters Summary, Q&A solution and notes  हम अपने वेबसाइट पर आने वाले हर पाठकों और विद्यार्थियों को इस बात का आश्वासन देते हैं कि आपको इस पोस्ट में बिहार बोर्ड कक्षा 12 के हिंदी विषय जिसे दिगंत के नाम से जाना जाता है। सभी प्रश्नों के समाधान अर्थात पुस्तक में निहित सभी अध्यायों के सभी प्रश्न के समाधान। अध्यायों का संक्षेपण और नोट्स प्रदान किए जाएंगे। कक्षा 12 हिन्दी (बिहार बोर्ड) गद्य खंड के व्यवस्थित नोट्स यह पोस्ट डिवाइस स्क्रीन के बाएं किनारे से लेकर दाएं किनारे तक विस्तृत है और पढ़ने को आसान बनाने के लिए इंटरैक्टिव (Accordion) है। जानकारी देखने के लिए शीर्षक पर क्लिक करें। अध्याय 1: बातचीत (निबंध) - बालकृष्ण भट्ट I. संक्षेपण (Summary) दिए गए अध्याय का संक्षेपण (Summary of the Chapter) प्रस्तुत अध्याय 'बातचीत' बालकृष्ण भट्ट द्वारा रचित एक निबंध है। आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने उन्हें हिंदी गद्य साहित्य में अंग्रेजी के निबंधकार **एडिसन और स्टील** की श...

Polytechnic entrance exam: How to remove polytechnic entrance exam

पॉलिटेक्निक प्रवेश परीक्षा कैसे निकालें

दोस्तों क्या आप पॉलिटेक्निक एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं और आपके मन में यह विचार आ रहा है कि हम इसकी तैयारी कैसे करें तो आज हम आपको इस लेख में इसी विषय पर जानकारी प्रदान करने वाले हैं। वैसे तो मित्रों हम आपको इस लेख में पॉलिटेक्निक से जुड़े कई महत्वपूर्ण बात बताने वाले हैं। अपने विचार साझा करने वाले हैं। किंतु पहले हम मुख्य बात बता देते हैं ताकि अगर आपके पास कम समय है तो आप पढ़कर लेख को छोड़ सकते हैं और अगर आपके पास अधिक समय रहेगी तो आप बाकी के लेख पढ़ेंगे।

सबसे पहले मित्रों हम आपको यह बता दें कि पॉलिटेक्निक एंट्रेंस एग्जाम के लिए कोई प्रीवियस पेपर मौजूद नहीं होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि पॉलिटेक्निक का एंट्रेंस एग्जाम जब होता है, तब जो क्वेश्चन पेपर हमें दी जाती है। वह परीक्षा के बाद जमा ले ली जाती है और बाहर आने के बाद बच्चों को उतना प्रश्न याद नहीं रहता कि वह कहीं उसे लिख सके और जब परीक्षा दे ही देते हैं तब उसे लिखकर क्या फायदा। यही कारण है कि इसका प्रीवियस क्वेश्चन पेपर उपलब्ध नहीं हो पाती है और दूसरी वजह यह भी है कि यह सरकारी तौर पर गैर कानूनी होता है क्योंकि यह ऊपर से ही मना की जाती है कि इसका पेपर कहीं भी लीक न किया जाए। यह पॉलिटेक्निक बोर्ड से भी नियंत्रित होता है । 
लेकिन मित्रों भले ही बच्चों को प्रश्न याद ना रहे कि वहां कौन सा प्रश्न पूछा गया था। लेकिन इतना अवश्य याद रह जाता है कि कौन-कौन से विषय से पूछे गए थे और यह भी याद रहता है कि किस टाइप का प्रश्न पूछा गया था। ज्यादा भारी था या हल्का था। यह भले ही याद ना रहे की क्या पूछा गया था पर पैटर्न से भारीपन या हल्के पन का अनुमान लगाकर इतना पता चल जाता है कि यह किस किस क्लास से संबंधित प्रश्न हो सकते हैं उसी के आधार पर हम लोग निम्नलिखित निष्कर्ष पर पहुंचते हैं।

🔷️1: पॉलिटेक्निक एंट्रेंस एग्जाम में तीन विषयों से प्रश्न पूछे जाते हैं पहला होता है फिजिक्स ,दूसरा केमिस्ट्री और तीसरा होता है मैथ। 
🔷️2: प्रत्येक विषयों से 30-30 प्रश्न पूछे जाते हैं।
🔷️3: प्रत्येक प्रश्न के लिए पांच नंबर निर्धारित होता है। 
🔷️4: जो प्रश्न गलत होते हैं केवल उन्हें के नंबर काटे जाते हैं अतिरिक्त नंबर नहीं काटे जाते।
🔷️5: सभी प्रश्न वस्तुनिष्ठ प्रकार के होते हैं अर्थात ऑब्जेक्टिव फॉर्म में होते हैं जिनमें चार विकल्प दिए जाते हैं। आपको उनमें से किसी एक का चयन करना रहता है।
🔷️6: पॉलिटेक्निक एंट्रेंस एग्जाम में ज्यादा हार्ड प्रश्न नहीं पूछे जाते हैं यह एक सामान्य जांच है और इसमें मुख्य रूप से 9th class, 10 class और  12 class से पुछे जाते हैं ,लेकिन अधिक प्रश्न नौवी और दसवीं से ही पूछे जाते हैं। 
मित्रों पॉलिटेक्निक मैट्रिक के लेवल पर होता है। इसलिए अधिकांश प्रश्न नाइंथ और 10th क्लास से ही लिए जाते हैं। हालांकि अधिकांश लोग इस क्षेत्र में ट्वेल्थ यानी इंटर कंप्लीट कर लेने के बाद ही आते हैं। क्योंकि यह एक टेक्निकल क्षेत्र है और इसका पढ़ाई थोड़ा एडवांस हो जाता है। जिसके वजह से मैट्रिक के बाद तो इस क्षेत्र में आ सकते हैं पर उन्हें कठिन परिश्रम करनी पड़ती है। अगर थोड़ी सी चुक हो जाती है तो फिर बैक लगने का खतरा होता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पुस्तक थोड़ा एडवांस होता है और टेक्निकल रूप से भरी होती है। पांच पुस्तक मात्र 6 महीने में पढ़ने होते हैं। पॉलिटेक्निक 3 साल का होता है और इसमें 6 सेमेस्टर होते हैं। प्रत्येक सेमेस्टर 6 महीने का होता है और हर 6 महीने में परीक्षा होती है। ध्यान दें कि यह उन बच्चों पर लागू होता है जो 10th के बाद पॉलिटेक्निक करना चाहते हैं। जो बच्चे 12th के बाद यानी इंटर कंप्लीट कर लेते हैं। उनका 2 साल का पीरियड होता है । साथ ही जो बच्चे इंटर कंप्लीट कर लेते हैं। उनके पास थोड़ा एडवांस दिमाग हो जाता है अर्थात उनके समझने की क्षमता में वृद्धि हो जाती है। जिसके वजह से वह जब इस क्षेत्र में आते हैं तब आसानी से सिलेबस को संभाल पाते हैं। हालांकि ऐसा बिल्कुल नहीं है कि 10th क्लास के बच्चे इसे हैंडल नहीं कर पाए, 10th क्लास के बच्चों को थोड़ा अधिक परिश्रम करना पड़ता है। लेकिन वह भी इसे संभाल सकते हैं हमारे तरफ से एक निर्देश रहेगा कि आप कोर्स लेकर पढ़ें पॉलिटेक्निक का अलग से कोर्स परचेस किए जाते हैं। यह विशेष रूप से पॉलिटेक्निक क्षेत्र के ही प्रोफेसर होते हैं। जो वीडियो के माध्यम से सिलेबस को पढ़ाकर कंप्लीट करवाते हैं। नोट्स तैयार करवाते हैं और संभावित प्रश्न जो परीक्षा में पूछे जा सकते हैं उनकी सूची तैयार करवाते हैं और आपको परीक्षा के लिए तैयार करते हैं। ध्यान रखें मित्रों की किसी ऐरे-गैरे के झांसे में ना फंसे। आपको यूट्यूब पर भी कई ऐसे चैनल मिलते हैं जिन पर पॉलिटेक्निक इंटरेस्ट एग्जाम की तैयारी करवाई जाती है या पॉलिटेक्निक की परीक्षाओं की तैयारी करवाई जाती है अर्थात सेमेस्टर की तैयारी करवाई जाती है परंतु उनके प्रश्न परीक्षा में नहीं लड़ते। मैं एक छोटी सी कहानी बताऊंगा यह मेरे दोस्त की कहानी है वह पटना के ही "NGP Patna 13" आप गूगल पर सर्च मार कर देख सकते हैं। आपको मिल जाएगा। यह पटना में स्थित है और एनजीपी पटना 13 में वह नामांकित किया गया था। उसने भी मेट्रिक लेवल पर से इंटरेस्ट एग्जाम निकालकर इस कॉलेज में नामांकन कराया था। परंतु वह यूट्यूब पर वीडियो देखकर पढता था। उसका पहले सेमेस्टर का ही एग्जाम हुआ तो उसके रिजल्ट में यह परिणाम आया कि वह पांच विषयों में से चार विषयों में फेल कर चुका है अर्थात उसमें बैक लग गए थे उसे अगली बार फिर से उसे देना पड़ेगा। जब हमने उससे पूछा कि ऐसा क्यों हुआ, तब उसने बताया कि हमने कोर्स नहीं लिया था और यूट्यूब से पढ़ रहे थे। यूट्यूब पर पढ़ाई तो ठीक थी परंतु परीक्षा के अंत समय में एक "दो घंटे" का वीडियो अपलोड किया गया था एक चैनल पर उस पर लिखा हुआ था कि ' परिक्षा में जाने से पहले बस एक बार देख लो ,इसी में से सारा सवाल पूछे जाऐंंगे' और जब उस वीडियो को प्ले किया गया तब वह 2 घंटे का वीडियो था। मैं वही देखते रह गया और 2 घंटे का वीडियो अच्छे से देखने के बाद मैं एग्जाम में चला गया कि अब मैं शायद अच्छे से लिख लूंगा पर वहां जब मैंने देखा तब उसमें से एक भी प्रश्न उससे मिलते जुलते भी नहीं थे। जिसके वजह से मैं कुछ भी नहीं लिख पा रहा था परंतु मैं जो उसके पहले पढ़ रखा था। उसी के बेस पर लिख कर आया था। यही कारण है कि मेरे अधिक विषय में कैरी (बैक) लग गए हैं। इस कहानी को प्रस्तुत करने का उद्देश्य मेरा यह नहीं है कि आप यूट्यूब पर वीडियो ना देखो बल्कि मेरा कहने का तात्पर्य है यह है कि गलत जहां से देने वालों की पहचान करना सीखें आप बड़े हो गए हैं और अगर कोई आपको यह कहता है की परीक्षा देने जाने से पहले 10 मिनट का यह वीडियो देख लो और वह वीडियो 10 मिनट के बजाय 2 घंटे का रहे तब वैसे स्थिति में आप उसे वीडियो को देखना छोड़कर आप अपने बनाए गए नोटिस को देखे वह अधिक लाभ प्राप्त होगा और मैं कहूंगा कि कोर्स अवश्य लें वह विशेष रूप से पॉलिटेक्निक प्रोफेसर के द्वारा बनाया गया व्याख्यान वीडियो रहता है वह आपको अनेक सामग्री प्रदान करते हैं जैसे की पिछले सेमेस्टर में पूछे गए प्रश्न नोट्स और संभावित प्रश्न और उनके लिए बेहतरीन जवाब जिनके वजह से आप अधिक सुलभता से अपने परीक्षा में अच्छे नंबर प्राप्त कर पाते हैं इसलिए गैर कंटेंट को देखना छोड़कर अपने समय का उचित जगह पर प्रयोग करें। कुछ लोग यूट्यूब का केवल अपने आय अर्जित करने के उद्देश्य से लंबी वीडियो बनाते हैं और ऐसे समय में बनाते हैं जब लोगों को उनकी जरूरत होती है और ऐसे में जरूरतमंद लोग लाचारी के कारण उसे देखने लगते हैं वीडियो निर्माता को उसका काफी लाभ होता है परंतु देखने वाले को नुकसान के अतिरिक्त कुछ नहीं होता। यूट्यूब का प्रयोग क्यों करें: जब सेमेस्टर स्टार्ट होती है तब आप यूट्यूब का प्रयोग करके अपने सिलेबस की पढ़ाई कर सकते हैं। कई ऐसे चैनल हैं जो आपके सेमेस्टर के पुस्तकों को पढाने का काम करते हैं। उन्हें समझाने का काम करते हैं और होमवर्क करवाते हैं। तो आप ऐसे चैनलों पर जाकर पढ़ाई कर सकते हैं। परंतु ध्यान रहे की परीक्षा की घड़ी में किसी भी चैनल के वीडियो देखने से पहले इस बात को सुनिश्चित कर लें की जो हमें पढ़ा रहा है उसके पास क्या क्वालिफिकेशन है। 
वीडियो के व्यूज देखकर भ्रमित ना हो। कई ऐसे वीडियो होते हैं जिनके व्यूज तो अधिक होते हैं। बच्चे इसे अच्छा और काम का वीडियो समझने लगते हैं। परंतु उस व्यूज का कारण हमारे मित्र की तरह ही होते हैं, जो लाचारी में देख लेते हैं।विशेष रूप से उन्हें कोई लाभ नहीं होता।

🤔पॉलिटेक्निक एंट्रेंस एग्जाम निकालने के लिए हम कौन-कौन सा लेसन पढ़ें?

मित्रों जैसा कि हमने आपको ऊपर के लेख में बताया है कि पॉलिटेक्निक का एंट्रेंस एग्जाम में तीन विषयों से प्रश्न पूछे जाते हैं फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ आपको नाइंथ और 10th क्लास के इन तीनों विषयों का अध्ययन करना होगा। सभी अध्याय महत्वपूर्ण होते हैं इसमें किसी एक अध्याय का नाम नहीं लिया जा सकता हमारा निर्देश है कि आप सभी अध्याय को अच्छे से पढ़ लें। पढ़ने का अच्छा तरीका यह होगा कि आप पहले याद हो या ना हो शुरू से लेकर अंत तक पुस्तक को रीड करें अर्थात रीडिंग करें। केवल पढ़ते जाएं और बाद में फिर से, शुरू से स्टार्ट करें और महत्वपूर्ण बिंदुओं को पढ़ें और फिर तीसरी बार एग्जाम देने जाने से पहले उन सब का रिवाइज करन लें जिन्हें आपने मुख्य बिंदुओं के तौर पर पढ़ा है यह एक अच्छा तैयारी का स्रोत बन सकता है। हमारे मित्र बता रहे थे कि हमारे एंट्रेंस परीक्षा में गति, मापन, त्वरण, बेग, दूरी आदि से संबंधित प्रश्न भी पूछे गए थे। वह एक प्रश्न का भी जिक्र कर रहे थे कि फिजिक्स के प्रश्न अनुभाग में एक प्रश्न पूछे गए थे कि इंद्रधनुष के रंग बनने का क्या कारण है । प्रकाश से भी संबंधित प्रश्न पूछे गए थे। इसलिए इन तथ्यों पर भी अवश्य ध्यान दीजिएगा।

🤔पॉलिटेक्निक एंट्रेंस एग्जाम परीक्षा देने के लिए हम किस प्रकाशसन के गाइड खरीद सकते हैं जो हमें पॉलिटेक्निक एंट्रेंस एग्जाम निकालने में हमारी मदद कर सके?



मित्रों यदि आप कोई ऐसी गाइड की तलाश कर रहे हैं जिसे पढ़ने के बाद आपका इंट्रेस एग्जाम अच्छे से निकल सके तो इसके लिए कुछ गाइड मार्केट में उपलब्ध होते हैं। जिसमें से दो प्रमुख और मशहूर हैं। पहला यूनिक प्रकाशन का आता है और दूसरा अरिहंत पब्लिकेशन का आता है। आप किसी पुस्तक भंडार से इसे खरीद सकते हैं या आपको यह पुस्तक किसी साइबर कैफे में भी मिल सकती है। ऐसे साइबर कैफे में जहां ऑनलाइन फॉर्म भरे जाते हैं वह लोग अक्सर नौकरियों के फॉर्म भरते हैं और उनकी तैयारी के लिए पुस्तक रखते हैं ताकि बच्चा यहां से खरीद कर ले जा सके। वहां से पॉलिटेक्निक एंट्रेंस एग्जाम के लिए फॉर्म भी फिलप किए जाते हैं। इसलिए वह इसकी तैयारी करने के लिए इन गाइडों को भी रखता है। इसलिए आपको वहां भी मिल सकता है तीसरा तरीका है आप ऑनलाइन भी मंगा सकते हैं फ्लिपकार्ट या अमेजॉन से।
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